Sunday, 19 December 2021

बार - बार तेरा आभार

तेरी कृपा अपरम्पार
बार - बार तेरा आभार
हर बार संकट से उबारा
जो कुछ भी दिया
मेरी औकात से ज्यादा
मैं तो कुछ भी नहीं  प्रभु
इस नाचीज को तूने इंसान बना दिया
मान - सम्मान
धन - संपत्ति
बाल - बच्चे
घर - परिवार
सब कुछ दिया
धरती से उठा आसमान पर बिठाया
दुनिया में रहने लायक बनाया
रहन - सहन का ढंग सिखाया
कुछ करने का माद्दा दिया
हम क्या थे प्रभु ने क्या बना दिया
तेरी कृपा अपरम्पार
बार - बार तेरा आभार

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