कितना जतन किया जा रहा है
कोई तोड़ न ले कोई उखाड़ न ले
कोई पत्तियां कुनक न ले
बच्चों से , पशु- पक्षियों से
हर वक्त पहरा तब भी ईंटों के घेरे में
खाद - पानी दिया जा रहा है
अभी पल्लवित हो रहा है
फिर पुष्पित होगा
फलदार वृक्ष बनेंगा
लहलहाएंगा , छाह देगा
वह तभी जब उसकी उचित देखभाल किया जाए
हर अंधड - तूफान से बचाया जाएं
यही तो बात बच्चों पर भी
उनका जतन किया जाए उचित
पालन - पोषण , शिक्षा , संगत
हर गतिविधि पर नजर
बडा होने दें तब तक आपकी जिम्मेदारी
कौन जाने आपका नौनिहाल विशाल वृक्ष बन जाए
शेक्सपियर का एक वाक्य
आप जमीन पर उगने वाले हर तिनके को नमन कीजिये
कौन जाने कौन सा तिनका कब विशाल वृक्ष बन जाए
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