Tuesday, 3 May 2022

समय

समय तो बहता पानी है
एक बार हमें छूकर आगे बढ गया 
तब वापस नहीं आता है
आगे बढ जाता है
उसे पकड़ नहीं सकते
जब पानी गुजर रहा है
तब उसमें उतर जाएं 
जितना उलीचना हो उलेच ले
अपन अंजुरी में भर ले
समय मिला है 
तब ऐसे मत जाने दे
उसका सदुपयोग कर ले
नहीं तो बाद में सोच कर कुछ फायदा नहीं 
हर किसी को समय मिलता जरूर है
मौका मिलता है 
अब मौके को गंवा दे
या फिर उसे कस कर पकड़ ले 

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