Tuesday, 26 July 2022

तुलसी मैया

तुलसी मैया सबसे प्यारी सबसे न्यारी 
हर घर की शोभा है 
हर द्वार की शान है
छोटी सी है महिमा इसकी अपरंपार 
जिस आंगन में यह खिले
वह आँगन गुलजार 
ईश्वर की है प्यारी 
चरणामृत और प्रसाद भी इसके बिना अधूरा
किसी डाँक्टर से कम नहीं 
सर्दी , कफ की है रामबाण औषधि 
नहीं  चाहिए बडी जगह
एक छोटे से गमले में भी जगह दे दो
प्रसन्न हो जाए माता
सुबह - शाम दिए लगाने से मिलती है दुआ
घर हो जाता है सकरात्मक उर्जा से सराबोर 
वातावरण साफ और स्वच्छ 
दूषित हवा भागती दुम दबाकर
तब कोई कैसे रह सकता है तुमसे दूर 

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