उतना तो जितना
स्वयं पर नहीं
इस विश्वास को मत खोना
इसे बरकरार रखना
बहुत मुश्किल होता है
किसी पर विश्वास रखना
वह कितना नीच होता है
जो किसी का विश्वास तोडता है
हमने तो तुम्हारे लिए
जग छोड़ दिया
यह तुम पर है
तुम इसे कायम रखने के लिए
क्या-क्या छोड़ सकते हो
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