जो आपको गलत साबित करने के लिए हमेशा तैयार
यह आपके अपने ही करीबी
आपसे रिश्ता भी रखेंगे
आपके साथ भी खडे रहेंगे
सब कुछ करने को तैयार
फिर ऐसा क्यों ?,
शायद उनको अपनी अहमियत सिद्ध करनी होगी
तो वह तो ऐसे भी कर सकते हैं
संबंधों और रिश्तों में खुलापन हो
एक - दूसरे के लिए सम्मान हो
कुछ अपनी कहो कुछ उनकी सुनो
जहाँ एहसान , संपत्ति , मजबूरी आडे न आए
अपनेपन का एहसास हो
जो कुछ हो दिल से हो
रिश्ता निभाने की मजबूरी न हो
वह मजबूत हो
तभी वह दूर तक चलता है
दूर तक क्या आजीवन रहें।
No comments:
Post a Comment