इसे संभालकर रखें
ज्यादा चोट न पहुंचाए
गलती कोई करें
चोट इसे पहुँचती है
कितनी बार यह टूटता है
मसोसता है
फिर उठ खडा हो जाता है
इसकी भी सहनशीलता की एक सीमा
ज्यादा न सताए
ज्यादा न परेशान करें
इसे खुश रखें
तब यह भी साथ निभाएगा
असमय साथ नहीं छोड़ जाएंगा
तनावपूर्ण होकर सारा तनाव इस पर डाल देना
बरसों तक किसी बात को लेकर उसकी अग्नि में दहकना
छोड़ दो सब
भूल जाओ सब
जो हुआ सो हुआ
जो हो रहा है वह भी खुशी से स्वीकार कर लो
ह्रदय को भी आराम दो
खुशी दो
रात - दिन आपकी सेवा में
तब उसकी भी कदर
अपना हो या किसी और का
उसको दुखी मत करें
Happy world Heart day
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