Thursday, 13 October 2022

कृष्ण --15

धूतं छलयतास्मि  तेजस्तेजस्विनाहम्  ।
जयो  स्मि  व्यवसायों स्मि सत्वं सत्ववतामहम्। ।



मैं छलियों में जुआ हूँ 
तेजस्वियों में तेज हूँ 
मैं विजय हूँ साहस हूँ 
और बलवानों का बल हूँ। 

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