मिठाईयाँ बेशुमार
लड्डू , पेडे, बरफी
सब हैं इतराते
बस एक सोनपापडी राह देख रही
न जाने क्यों यह आज रेस से बाहर
सस्ती और टिकाऊ
मुख में झट से घुलने वाली
सोंधी सोंधी मिठास से भरी
आज देखी जा रही हिकारत से
जोक्स और मीम्स बन रहें
लेने वाले सकुचा रहे
देने वाले शर्मा रहें
कहीं कुछ साजिश की बू आ रही
क्यों बदनाम किया गया इसे
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादकों का प्रचार प्रसार
कैडबरी , अलग-अलग तरह के चॉकलेट
यह किसी मायने में कम नहीं
हमारी भारतीयता का स्वाद लिए हुए
और सोने जैसा गुण
किसी की जेब पर नहीं पडती भारी
ऐसी है सोनपापडी हमारी
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