Wednesday, 2 November 2022

इंदिरा जी के साथ ही एक युग का अंत

Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog

Sunday, 1 November 2015
३१ अक्टूबर १९८४ इंदिरा की हत्या
आज के दिन ही भारत की दुर्गा कही जानेवाली इंदिरा की उनके ही अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी
उनके साथ ही एक युग का अंत हो गया
एक बडी राजनयिक की बेटी होने के कारण नही बल्कि स्वंय की काबिलियत पर वह मुकाम हासिल किया था 
लोग उन्हें गुंगी गुडिया कहते थे पर वह जब बोलने लगी तो सारा विश्व देखता रह गया
विश्व के नक्शे को बदलना और एक नया देश बॉगला देश बना डाला
आज लौह पुरूष वल्लभ भाई पटेल की भी जन्म शताब्दी है
लोग आज इनको बॉटने में लगे हैं
सरदार पटेल किसी पार्टी के नहीं पूरे भारत के सरदार थे  राताेरात सारी रियासतों को एक करने का काम वे ही कर सकते थे
भारत की अंखडता के निर्माता है पटेल
आज इन नेताओ को लेकर बहस छिडी रहती है
पटेल हमारे तो इंदिरा तुम्हारी
नेहरू और गॉधी को लेकर भी टीका टिप्पणी की जाती है और ये वे लोग हैं जिनका कोई योगदान नहीं है
भ्रष्टाचार में लिप्त. जबान पर लगाम नहीं 
हिन्दू स्तान और भारतमाता के ये ऐसे अनमोल रत्न है
जिस पर देश को नाज रहेगा

 

No comments:

Post a Comment