रिश्ते नाते प्यार वफा सब
नाते हैं नातों का क्या
कोई किसी का नहीं है
यह गाना सुना था
यह सही है
फिर भी संसार तो इन्हीं से चलता है
बिना रिश्तों के
बिना अपनों के जिंदगी की कल्पना
नहीं वह तो नीरस हो जाएगी
जीने का मजा ही खत्म
हाँ रिश्तों की भी मियाद होती है
जो किसी समय अजीज होते हैं
एक समय भार लगने लगते हैं
फिर भी सोचो तो जरा
उस पल को याद करों
जब ये साथ थे
कितनी खुशियाँ थी
कितना समय हमने सुख दुख बांटा है
गमी और खुशी बांटी है
मजा और मजाक किया है
हो सकता है
आज रिश्तों में वह बात नहीं रही
पर जीवन का अभिन्न अंग है वे
वे साक्षी है हमारे संबंधों का
इसलिए इन्हें पूरी तरह झुठला नहीं सकते
उसी पर जीवन की नींव मजबूत खडी है
वक्त बदलता है
विचार बदलते हैं
सबंध भी बदलता है
जो बात पहले थी अब नहीं रही
तब भी संसार तो आज भी इन्हीं से चलता है ।
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