Monday, 1 May 2023

जय जय महाराष्ट्र माझा

एक ने तुझको जनम दिया रे
एक ने तुझको पाला 
कन्हैया किसको कहेगा तू मैया 

यह गाना बहुत बार सुना
आज ऐसा लग रहा है कि कुछ कहूँ 
अपने मन की बात

जन्मभूमि जहाँ भी रही हो
मुंबई हमारी कर्मभूमि है
बहुत कुछ दिया है इस शहर ने
बहुत कुछ क्या सब कुछ 
इसी की मिट्टी में हम पले - बढे 
चौपाटी की रेत में खेले
इसकी सडक पर चले
बसों और ट्रेनों में धडधडाते चढा
यही क ख ग का ककहरा सीखा
यही से विधालय से लेकर महाविद्यालय तक शिक्षा ग्रहण की
नौकरी और सम्मान दिया 
सर पर छत और आशियाना दिया
कर्जदार हैं हम 
इस शहर का कण-कण हमारी आत्मा में समाया है
हमें क्या हमारे बच्चों को भी यहीं सब कुछ मिला
यह जैसी भी है हमें तो बहुत प्यारी है
यह भागती दौड़ती है 
अपने साथ औरों को भी दौड़ लगवाती है
जो इसकी रफ्तार में शामिल 
वह तो फर्श से अर्श तक  पहुंच ही जाता है
हमारी मुंबई 
हम मुंबई कर 
महाराष्ट्र को तहे दिल से शुक्रिया करते हैं 
क्योंकि महाराष्ट्र में यह बसती है 
शान से कहते हैं 
जय जय महाराष्ट्र माझा 
 गरजा महाराष्ट्र माझा 

चाहे भी हो जिसने दिया हो जनम
मन तो माँ पालने वाले को ही माने ।

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