झूम झूम कर कह रही है
झंडा ऊंचा रहे हमारा
चिडियाँ चहचहा रही है
पंख फैलाकर उडान भर रही है
यह पेड़ भी सरसरा रहे हैं
हरियाली से भरे भरे
खडे हैं ठाठ से
सूरज भी सिंदूरी आभा फैला रहा है
आसमान भी शुभ्र सफेद बादलों के साथ
लगता है धरती से आसमान
सफेद , हरा और केसरिया
सब झंडे का स्वागत कर रहे हैं
भारत की स्वतंत्रता के साक्षी
देशभक्ति का गान चारों तरफ
बच्चे से बूढे सब उत्साहित- आनंदित
नये - नये कपडे पहने सब
सलामी दे रहे
हमारे प्यारे झंडे को
राष्ट्र धुन बज रही है
शहीदों को याद किया जा रहा है
लगता है वक्त यही ठहर जाएं
झंडे को देखते रहें
सबसे ऊंचा सबसे अच्छा
इसकी तो छटा ही निराली
हमारा भाग्य
हमारा कर्म
हमारा धर्म
सब इसमें ही संचित
न जाने क्या- क्या बलिदान देना पडा है
आज उनको भी याद किया जा रहा है
ऑख भर आ रही है
मुख पर मुस्कान
एक अलग ही तरह के तेज से ओत-प्रोत
हर शख्स हर भारतीय
हमारी सांस
हमारी धड़कन
सब इसमें समाई
जब तक यह है
तब तक हम है
जय हिन्द
जय हिन्द की सेना
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