Monday, 11 September 2023

चलते चलो

चलते चलो चलते चलो
कब तक
मंजिल ना मिले 
तब तक
रुकना नहीं है
ठहरने नहीं है
रूके - ठहरे
समझ जाओ
जिंदगी ठहर गई
जिंदगी तो गतिशील 
सांसों के साथ ही चलती
उतार- चढाव तो होगा 
उससे क्या घबराना 
वह तो जीने की निशानी है 

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