दोनों लगता है अपना
भारत का रहने वाला हूँ भारत के गीत सुनाता हूँ
ये मेरा इंडिया हाँ मेरा इंडिया
ये दोनों सुन कर भावविभोर हो जाते हैं
राजा भरत के नाम पर पडा भारत
हमको जान से भी प्यारा है
जननी है हमारी
इंडिया नाम भी उतना ही प्यारा
एक हिन्दी और एक अंग्रेजी में
अपनी भाषा पर सम्मान
होना भी चाहिए
अंग्रेजी से हम परहेज नहीं कर सकते
अंग्रेजी तो हर घर में है
जन - जन में है
क्या क्या बदलोगे
विज्ञान के साथ चलना है
विश्व पटल पर अपने को स्थापित करना है
तब ऐसी छोटी मानसिकता का कोई मतलब नहीं
आज हमारे लोग विदेशों में कार्य रत है
हम विदेश और विदेशी भाषा को कैसे छोड़े
भारत हो या इंडिया
वह जो है वही रहेगा
अमेरिका या चीन नहीं हो जाएंगा
हर भारतीय , इंडियन है
हर इंडियन, भारतीय है
इंडिया ही भारत
भारत ही इंडिया
इस पर तो सब एक मत है
मतभेद कुछ नहीं
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