बडी धूमधाम से
जैसे बप्पा को लाए थे वैसे ही बिदाई भी दी
यह कुछ दिन तो इतने आनंदित थे जिसकी कोई सीमा नहीं
आखिर भगवान पधारे थे हमारे यहाँ
भगवान ने प्रस्थान किया
आशीर्वाद दिया
अगले वर्ष आने के लिए कह कर गए
वैसे तो ईश्वर हमेशा हमारे साथ ही रहते हैं
वह कहीं जाते नहीं
बिदा करते समय मन भारी हो जाता है
बिदाई बहुत दुखदायी होती है
किसी की भी बिदाई हो
बेटी को बिदा करना अपनी जान को किसी को सौपना
हर पालक बेटी को बिदा करते समय प्रसन्न होने के साथ उदास होता है
लेकिन प्रकृति का नियम है
यहाँ कोई स्थिर नहीं
वह चाहे संबंध हो या फिर यह शरीर ही
सब छूट जाता है एक वक्त
गणपति जाते जाते यही संदेश देते हैं
जब तक हो तब तक खुश रहो
खुशियाँ फैलाओ
जाना तो एक दिन है ही ।
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