हम उसमें खिलाडी है
खेल , खेल रहे हैं
कभी गिरते - पडते हैं
चोट लगती है फिर उठ खडे होते हैं
हारते- जीतते हैं
कभी-कभी थोड़ी सी गलती से जीत हासिल करने से वंचित रह जाते हैं
कभी-कभी अच्छा परफार्मेंस न देने पर टीम से निकाल दिए जाते हैं
कभी-कभी दुर्घटनाग्रस्त होकर हमेशा के लिए छूट जाता है
कभी-कभी मेडल और पुरस्कार भी मिलते हैं
मान - सम्मान प्राप्त होता है
आटोग्राफ के लिए लालायित रहते हैं
कहीं कोई तवज्जों भी नहीं देता
अच्छा करने पर ताली और न करने पर गाली
खेल रहे हैं , दौड़ रहे हैं
जिंदगी जहाँ चाहे वहाँ
हार - जीत की अनिश्चितता के साथ
कब पासा पलटें इससे अंजान
जब तक शरीर में सांस तब तक आस
समय बीतता चला जाता है
हम भी उठते - बैठते , गिरते - पडते
हारते - जीतते बस चलते रहते हैं
खेलना छूटता नहीं
जब तक कि सांस टूटती नहीं
जाने के बाद लोग याद करते हैं
हम कैसे खिलाडी थे
सफल या असफल ।
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