विशालकाय है
दिलदार है
छायादार है
सहनशील है
धैर्य वान है
मिट्टी से जुड़ा है
संघर्ष शील है
दान शील है
वसंत - पतझड़ के संग है
स्वार्थ विहीन है
समभाव है
जो आता उसके द्वारे
उसे अपनेपन से ही मिलता
बच्चों- बडों- युवा
औरत - मर्द
अमीर - गरीब
जात- पाति- धर्म सबसे परे
यह बस सबको अपना सर्वस्व बांटता
नहीं किसी से कुछ अपेक्षा
पत्थर के बदले भी फल
ऐसा है इसका नेचर ।
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