Friday, 19 January 2024

सूर्य से ही सब

जीवन क्या है
सोचता रहा
सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य चलता रहा 
समझ आया 
यही जीवन है
जिस दिन यह न घटे 
उसी दिन सब खत्म 
सुबह का प्रकाश 
रात का अंधकार 
देता है जीने का आभास 
भोर हुई 
संध्या हुई 
आगमन - प्रस्थान 
हर जीव का
जीवन जुड़ा है सूर्य  से ।

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