Friday, 12 January 2024

अमृता- इमरोज

न अमृता प्रीतम बनना आसान है
न इमरोज बनना आसान है
इश्क नहीं होता आसान 
सीमाएं लांघनी पडती है
बंधनों को तोड़ना पडता है
मन मारना पडता है
मनचाहा हो यह भी संभव नहीं 
अपने को मिटाना 
यह तो इश्क करने वाले से ही पूछा जाएं 
एक याद में जिंदगी गुजार देते हैं 
मृत्यु को गले लगा देते है
इमरोज को तो साथ मिला अमृता का 
सुख दुख में भागी होने का 
इमरोज के दिल में अमृता
उनके साथ और आसपास अमृता 
एक प्रेमी यही तो चाहता है
उसके प्रेम को समझा जाएं 
महसूस किया जाएं 
अमृता ने क्या 
पूरे समाज ने उसे महसूस किया 
कर भी रहे हैं 
अमृता से प्रेम कर इमरोज भी अमर हो गए 
जब जब अमृता का नाम लिया जाएंगा
इमरोज तो खुद बखुद याद आ जाएंगे 

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