लगता है मैं कमजोर हूँ
रोना माना गया है दुर्बलता
ऐसा है नहीं
सबसे शक्तिशाली हथियार है यह ऑंसू
जहाँ शब्द भी असमर्थ
वहाँ ऑसू सबसे समर्थ
भावनाओं को अभिव्यक्त करना बिना कुछ कहे
कठोरता का ऑसू से संबंध नहीं
संवेदना का सबंध है
संवेदनशील व्यक्ति सबके साथ
अपना स्वार्थ छोड़ दूसरों के लिए
भावना नहीं तब तो मूर्ति या पुतला
वह क्या सामर्थ्यवान
उसे तो कोई भी नचा लेगा
अगर दूसरों का दुख देख हदय द्रवित न हो
मुख पर हंसी और मुस्कान आए
वह तो शैतान की श्रेणी में
इंसान की नहीं।
No comments:
Post a Comment