घोड़े पर सवार वे आ रही है
अपना आशीर्वाद बरसाने
मांगना हो जो मांग लो
झोली फैलाकर
वह खुशी-खुशी डाल देंगी
धूप - दीप जला आरती कर लो
फल - फूल , मिष्ठान्न चढाओ
उनसे विनंती कर
अपनी मनोकामना पूरी कर लो
माता की कृपा तो सदैव बरसती रहती है
फिर भी यह नवरात्रि के नव दिन विशेष है
नव वर्ष की शुरुआत है
वह भी माता के आशीर्वाद से
संकोच मत करना
वे माॅ हैं यह ध्यान रखना
No comments:
Post a Comment