वक्त आता है
वक्त जाता है
हमें बहुत कुछ सिखाता है
हर बार कुछ नया कर जाता है
हर बार कुछ सरप्राइज दे जाता है
हम सोचते कुछ होता कुछ
हम एक समय उसको कोसते
बाद में उसी के लिए अच्छा भी कहते
वक्त हमारी कहाँ सुनता
वह तो अपनी ही करता जाता
वक्त हमारे अनुसार नहीं चलता
वह अपनी इच्छानुसार हमें चलाता
जो करता है अच्छा ही करता
हम नहीं जानते हमारा भला किसमें
वक्त को भलीभाँति पता
वक्त कभी न रुकता न ठहरता
उसका पहिया चलता ही रहता
उसके साथ चल दो
न चल सके तो वह आगे चल ही देगा
वक्त नहीं किसी का सगा
जिसने उसका किया सम्मान
उसको ही उसने अपनी नियामत बख्शा
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