Thursday, 17 July 2025

आज का व्यक्ति

तुम बंजर हो जाओगे 
यदि इतने व्यवस्थित ढंग से रहोगे 
यदि इतने सोच-समझकर

बोलोगे चलोगे, 
कभी मन की नहीं कहोगे 
सच को दबाकर 
झूठे प्रेम के गाने गाओगे 
तो मैं तुमसे कहता हूँ 
तुम बंजर हो जाओगे।

~ भवानी प्रसाद मिश्र

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