भारत के प्रत्येक गाँव में एक औषधालय होना चाहिए जिससे देश में मृत्यु दर घटे। लोग स्वस्थ रहे। आजकल झोलाछाप डॉकटरो की भी भरमार है। लोग केमिस्ट से भी दवाइयाँ लेते हैं जिससे कभी लेने के देने भी पड़ जाते
है। लोग स्वस्थ रहेगे तो देश का विकास भी होगा क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।
अतः हमारे हर व्यक्ति की तीन जरूरत विद्यालय, औषधालय और शौचालय पूरा होना चाहिए।
विधालय तो है और सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है
पर शौचालय का नाम आते ही मुँह सिकुड जाता है
जबकि पहला स्थान इसका ही होना चाहिए
शौचालय होगा तो बीमारियॉ नहीं घेरेगी
और बीमारियॉ नहीं रहेगी तो बच्चे विधालय जाएगे
और परिवार ,समाज तथा देश का विकास होगा
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