बार बार आती है बचपन की मधुर याद,भोला भाला मंन,सरल,निष्पाप ह्रदय
जीवन की कठिन राहो पर कही खो गया बचपन
इस व्याकुल,अशांत जीवन में बचपन आज लौटकर
दे दे अपने निर्मल शान्ति,व्यथा मिटा दे
क्या हुआ मेरा बचपन तू फिर लौटकर आएगा और हरेगा मेरे मंन का संसार
माँ का प्यार,पिता का दुलार,सर पर स्नेह की छाव
खिलखिलाती और भोली-भली बच्ची
दुनिया से बेखबर और ग़मों से दूर
काश कोई लौटा दे मेरा वो मासूम बचपन ।
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