जब - जब धर्म की हानि होती है मै आता हूँ।
रामराज्य से लेकर महाभारत तक की यात्रा,
कितना अंतर है दोनों युग में ?
भाई के लिए राजगद्दी को त्याग कर वनगमन,
दूसरे का महल में ही सन्यासी की तरह रह, भाई के खड़ाऊ की पूजा करना।
महाभारत युग में राजगद्दी का इतना मोह की सत्यव्रत से भीष्मप्रतिज्ञा करवाना ब्रम्हचर्य का।
धृताराष्ट्र का राजमुकुट से इतना प्रेम की छोटे भाई पाण्डु के पुत्र वन में ही भटकते रहे।
राज्य और राजगद्दी का मोह व्यक्ति से क्या नहीं करवा सकता,
औरंगज़ेब से लेकर आजतक उसका प्रभाव देखने को मिलता है,
राजनीति की बिसात पर अपनी रोटियाँ सेंकने के लिए लोग क्या - क्या नहीं करते।
रामराज्य से लेकर महाभारत तक की यात्रा,
कितना अंतर है दोनों युग में ?
भाई के लिए राजगद्दी को त्याग कर वनगमन,
दूसरे का महल में ही सन्यासी की तरह रह, भाई के खड़ाऊ की पूजा करना।
महाभारत युग में राजगद्दी का इतना मोह की सत्यव्रत से भीष्मप्रतिज्ञा करवाना ब्रम्हचर्य का।
धृताराष्ट्र का राजमुकुट से इतना प्रेम की छोटे भाई पाण्डु के पुत्र वन में ही भटकते रहे।
राज्य और राजगद्दी का मोह व्यक्ति से क्या नहीं करवा सकता,
औरंगज़ेब से लेकर आजतक उसका प्रभाव देखने को मिलता है,
राजनीति की बिसात पर अपनी रोटियाँ सेंकने के लिए लोग क्या - क्या नहीं करते।
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