Friday, 13 March 2015

सोच और गंदी मानसिकता बदलो।


निर्भया पर बनी डाक्यूमेंट्री पर बैन,
क्यों ? इससे रेप के केस कम हो जायेंगे क्या ?
या लड़कियों के साथ होने वाला अन्याय रुक जाएगा,
घर या बाहर कही भी महफूज नहीं है औरतें।

फिल्म पर बैन नहीं, सोच को बदलने की जरूरत है,
कपडे, मोबाइल या फिल्म को बंद नहीं, नैतिकता की जरूरत है। 
यह केवल सरकार नहीं, परिवार से शुरू होना चाहिए। 

औरत मिठाई का डिब्बा नहीं, समाज का आइना है। 

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