Monday, 7 September 2015

वाह रे दुनियॉ

यह दुनियॉ भी अजब है
जब इसकी लीक से अलग हटकर कोई काम करता है
तो वह उसे पागल दीवाना कहती है
फिर विरोध करती है और अंत में मार देती है
मरने पर पूजा करने लगती है
पुष्पो का हार चढाती है
ईसा को सूली पर चढाया
गॉधी को गोली मारी
ज्योतिबा फूले पर गोबर पत्थर फेके
आईस्टाइन को पागल कहा और
अब उनके नाम की माला जपते है
उनके आदर्शो पर चलते है

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