Saturday, 3 October 2015

क्यों हो रही है मौत पर सियासत

अखलाक की मृत्यु होने पर एक के बाद एक नेता और राजनीतिक दल के लोग पीडित परिवार से मिलने को पहुँच रहे हैं 
दादरी की घटना से सबक लेने की जरूरत है
दादरी का दर्द पूरे भारत का दर्द है
सहरनपुर ,मुजफ्फर पुर  और अब दादरी
क्यों उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक घटना हो रही है
एक मंत्री महेश शर्मा इसे हादसा करार दे रहे हैं
यह किसी एक दिन में नही हुआ है
इसके कारणों की तह में जाना होगा
वोट बैंक के कारण तुष्टीकरण की नीति को अपनाया जाता है
मृतक के परिवार वाले भी इसमें राजनीति नहीं चाहते.
इतने सालों से साथ रहकर सुख दुख बॉटने वाले हत्यारे कैसै बन गए
यह किसी सोची समझी रणनीति के अंतर्गत तो नहीं
गो मॉस खाने पर किसी की हत्या
क्या विष बेल के सहारे सत्ता पर लोग पहुंचना चाह रहे हैं
क्यों माहौल बिगाडा जा रहा है
दोषीयो के ऊपर कानूनी कारवाई करने की जरूरत है
हमला ,हमला होता है किसी के ऊपर भी हो
कहीं भी हो
हर व्यक्ति इस देश का वासी है
ओ वेसी ,केजरीवाल और अब राहुल
दादरी पर सियासी दंगल शुरू है
और यह सब जगह पहुँच रहा है
देश ने ऐसे ही बहुत दंगे देखे हैं  अब और नहीं
विकास की जरूरत है आपसी भाईचारे की जरूरत है
दादरी की चिन्गारी कहीं भडक कर भयंकर रूप न धारण कर ले
चुनावों का मौसम है बिहार में चुनाव होने वाले है
U  P में भी पंचायत चुनाव होने वाले हैं
समाजवादी पार्टी और अखिलेश सरकार को अभी से सचेत रहने की जरूरत है
ऐसा नहीं हो कि भारत जाति ,धर्म के चक्रव्यहु में उलझ कर रह जाए

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