Thursday, 12 November 2015

असहिष्णुता पर प्रधानमंत्री मोदी जी का विचार -भारतीय जनता आपसे यही सुनना चाहती है

आखिर मोदी जी ने अपनी चुप्पी तोडी
ब्रिटिश संसद में प्रधानमंत्री जी का कहना कि हमारा देश गौतम बुद्ध और गॉधी का देश है
हम कभी अहिसहिष्णु नही हो सकते
सुनकर तसल्ली हुई
दोषियों पर कडी कारवाई करने की बात भी उन्होंने की
१२५करोड देशवासियों का देश पर हर घटना महत्वपूर्ण
मोदी जी विकास का प्रयास तो कर रहे हैं
और उद्योग धंधे लाने के लिए भी प्रयासरत हैं
उनके नेताओ को सोचना चाहिए जिनके उल जलूल बयानों का कितना बुरा असर पडता है
सबका साथ सबका विकास यह मोदी जी का मूलमंत्र रहा है
अभी भी समय है संभल जाय
कर्नाटक में टीपु सुल्तान विवाद जोड पकड रहा है
मोदी जी का स्वच्छता अभियान ,स्मार्ट सीटी , गंगा सफाई ,बनारस को क्वेटा की तर्ज पर बनाने की बात
अब तक के सबसे मशहुर प्रधानमंत्री
संसार में परचम फहराने वाले
बिना कारण के विवाद यह शोभा नहीं देता
मेक इन इंडिया मोदी जी का सपना पुरा हो
भारत को एक नई ऊंचाई पर ले जाय
यह भारतीय जनता है अपने नेता के पीछे खडी हो जाती है
फिर चाहे नेहरू का आधुनिक भारत का सपना हो
या इंदिरा का बॉगलादेश का निर्माण या राजीव गॉधी का इक्कीसवी सदी की बात या अटल जी का परमाणु परिक्षण या मनमोहन सिंह की अर्थव्यवस्था
आप आगे तो चलिए जनता आपके साथ चलेगी
जनता जिताती भी है और गिराती भी है
वह कभी भी अन्याय और अहिसस्णुता बरदाश्त नहीं कर सकती
यह वहीं जनता है जिसने इंदिरा गॉधी से उनकी रायबरेली की सीट पर भी हरा दिया था इमरजन्सी लगाने के कारण.
केजरीवाल जैसे नौसिखिए को दिल्ली की सत्ता पर बिठा सकती है
जुल्फिकार अली भुट्टो की फॉसी का विरोध कर सकती है जिन्होने भारत से सालोसाल लडने की बात की हो
यह भारतीय जनमानस है  संस्कार है

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