Saturday, 25 June 2016

सलमान की बात का बतंगड न बनाए

सलमान के रेप के बारे में कहा गया वाक्य विवाद का रूप ले रहा है
पहली बात तो सलमान ने यह वाक्य किसी महिला के लिए नहीं अपने लिए इस्तेमाल किया था
औरत बलात्कार के बाद कितना टूट जाती है
कितने नजरों और तानों का सामना करना पडता है
जिंदगी बदल जाती है उसकी
क्या अपने क्या पराए ,सबकी संदेह भरी दृष्टि
समाज का नजरिया ही बदल जाता है जैसे उसने ही कोई अपराध किया हो
उसकी दुनियॉ बदल जाती है
जो मुक्तभोगी हो वही समझ सकता है
सलमान ने कहते समय इसकी गंभीरता को नही समझा
बाद में खेद भी प्रकट किया गया
बलात्कार यानि शाब्दिक अर्थ बल प्रयोग
पिछले दिनों ने एक नेता ने कहा था सिस्टम का बलात्कार हो रहा है, संज्ञान लेना चाहिए
सलमान बिना कुछ सोचे बोल देते हैं और विवाद में आ जाते हैं
वैसे वे सभ्य और  Human being है
स्त्रियों का आदर करते हैं.उनके जीवन में कई महिलाएं आई पर उनके बारे में भी सलमान ने कोई ऐसा शब्द नहीं इस्तेमाल किया कि जो नागवार गुजरे
हॉ इस ५१ साल के नायक को बहुत संभल कर बोलना चाहिए
शब्द बहुत खेल ,खेल सकते हैं

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