बाहर कड़ाके की ठंड है
मौसम बहुत सर्द है
संसद का मौसम कुछ और है
वहाँ चर्चा चल रही गर्म है
वाद विवाद हो रहे
तर्क पर तर्क दिए जा रहे
एक ,दूसरे की बात काट रहा है
कुछ समर्थन मे
कुछ विरोध मे
नारे भी लग रहे हैं
बात तलाक बिल पास करने की जो है
महिलाओं के अधिकार की है
उनके स्वाभिमान की है
तीन बार तलाक कह उनसे छुटकारा पा लेना
उन्हें असहाय छोड़ देना
उनके बच्चों का दयनीय हालत कर देना
हमेशा डर मे रहना
कब शौहर को क्या नागवार लगे
कब मुख से तीन बार तलाक निकले
तलाक की तलवार सर पर लटकते रहना
कम से कम उससे तो निजात मिलेगा
भयमुक्त तो रहेगी
मर्द भी मनमानी नहीं कर पाएगा
उस पर जो लगाम रहेगी
कानून की
ब्याह जैसे बंधन का दुरूपयोग नहीं कर पाएगा
नेता सोचे ,विचारे ,संशोधन करें
पर तलाक बिल पास होने मे सहयोग करें
यह नारी के अस्मिता और सम्मान से जुड़ा है
तलाक नहीं अधिकार दे
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Friday, 28 December 2018
मौसम गर्म है संसद का
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