Friday, 28 December 2018

चौकीदार चोर नहीं

चौकीदार चोर नहीं ईमानदार है
वह तो पहरा दे रहा है
नकेल कस रहा है
जो खाने वालों को पच नहीं रहा है
लगातार निंदा किए जा रहे हैं
उनकी नींद जो हराम हो गई है
चौकीदार दिन रात एक कर रहा है
विकास की गति बढ़ा रहा है
जनता की आवश्यकताओं को समझ रहा है
देश को सुधार रहा है
स्वच्छता की तो जैसे उसने कसम ले रखी है
देश की तस्वीर बदल रहा है
लोगों का नजरिया बदल रहा है
अतिथियों को देश की झाँकी दिखा रहा है
दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है
विश्व पटल पर भारत की शाख कायम कर रहा है
नये संबंध बना रहा है
पुराने पड़ गए संबंधों को फिर से संवार रहा है
उसकी लाठी तो बहुत मजबूत है
पर चोर सामने दरवाजे से नहीं
यहाँ -वहाँ से दस्तक दे रहा है
वह भी एक्सपर्ट है
बरसो से आदत जो पड़ी है
पर चौकीदार भी जिद्दी है
चैन तो किसी को नहीं लेने देगा
वह भी दिन रात जाग रहा है
सतर्क भी है
उसके रहते खतरा हो ही नहीं सकता
लोग निश्चिंत हो सकते हैं
आराम से रह सकते  हैं
अभी अभी तो यह नया चौकीदार आया है
समय दे
देश एकदम सुरक्षित हाथों में है
चौकीदार तन-मन से कार्यरत है
बस भरोसा करें
वह कमजोर भी नहीं चोर भी नहीं
बस देशभक्त हैं
देश ही उसका धर्म
देश ही उसका ईमान

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