हवा आती है जाती है
तभी अच्छी लगती है
एक कमरे में बंद घुटती हुई किसी को नहीं भांती
कुछ अजीब सी गंध आती है
वैसे ही विचार है
उनका आदान-प्रदान जरूरी है
नहीं तो वे सिकुड़ जाएँगे
एक ,दूसरे की भावना समझना है
तब बात भी सुनना होगा
हर किसी को अपनी बात कहने का मौका दीजिए
धीरज से सुनिए
सुनना और समझना बहुत जरूरी है
तभी साथ चलने का मजा है
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