Thursday, 25 July 2019

चुप रहे

चुप रहना सीख लो
यह बहुत बडी कला है
तेरी भी चुप
मेरी भी चुप
सबकी बोलती कर देगी बंद
बोलने से बात बिगड जाती है
कभी कभी चुप रहने से संवर जाती है
चुप रहना कायरता नहीं
जब सामने वाला गुस्से में उबल रहा हो
तब बोलना आग में घी डालना
उबलने दे
शांत होने दे
शायद एहसास हो
वह गलत है
छोड़ दे कुछ समय
यह घर में हो
बाहर हो
रिश्तों में हो
दोस्ती में हो
बहुत बडा हथियार है
बिना चले वार करता है
चुप रहे
नतीजे की प्रतीक्षा करें
नहीं तो फिर वाणी अस्त्र है ही
वह विशेष समय के लिए
छोटी छोटी बातों के लिए नहीं

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