मन कितना भी उदास हो
रात की नींद भी न ठीक हो
बेचैनी का आलम हो
तब भी सुबह खुशगवार बन जाती है
जब दोस्तो का संदेश पढते हैं
उनकी ताजा-ताजा गुड मार्निग देखकर
वाट्सअप पर ही सही
हमें कोई याद तो करता है
मन को सुकून मिल जाता है
भिन्न-भिन्न चित्रों से
कभी फूल
कभी सूरज की किरण
कभी मुस्कराती कली
कभी शुभ्र
कभी रंग-बिरंगी
सबकी यादें ताजा कर जाती है जेहन में
मन बाग बाग हो उठता है
सुबह सुनहरी लगती है
दिन सुंदर हो जाता है
यह भी तो है मोबाइल का कमाल
पास न होकर भी पास आ जाते हैं
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Tuesday, 30 July 2019
मोबाइल का कमाल
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