Wednesday, 31 July 2019

अभी तो जी भरा नहीं

बस अब बहुत हो गया
जी लिया जितना जीना था
उम्र हो गई है
यह आप हर रोज कहते रहे
जिंदगी चुपचाप सुनती रही

कहने लगी
अभी से हार मान ली
अभी तो शुरूआत है
आज तक तो भागम-भाग किया
कर्तव्यो को पूरा किया
सबके लिए जीये
अब तो अपने लिए जी लो

जो छूट गये
उन्हें करीब ले आओ
दोस्तों को
शौक को
हंसी को
आराम को
व्यायाम को
वाचन को
सैर को
ईश्वर के सानिध्य को

अब यह सब फुर्सत मे करो
समय ही समय
कोई बंथन नहीं
हो सके तो फिर
बच्चे बन जाओ
हो सके तो फिर
जवान बन जाओ
मनसोक्त जी लो
अभी तो शुरूआत है
जीना छोड़कर जी कैसे सकते है
तब फिर जी भर जीए
जिंदगी को भी कहे
   अभी तो जी भरा नहीं

No comments:

Post a Comment