Wednesday, 17 July 2019

धुंधली राहें ख्वाब सुनहरे

धुंधली राहें है
फिर भी ख्वाब सुनहरे है
ख्याल सुरीले है
गुन गुन गाते हैं
कहते रहते हैं
आज नहीं तो कल ही सही
मंजिल तो अवश्य ही मिलेगी
शानदार और जानदार दोनों ही
बस अपने ख्वाबों में जान डाल
फिर देख उसका कमाल
राहों का धुंधलापन भी छट जाएगा
चारों तरफ रोशनी ही रोशनी
सब रोशन
उसकी छटा निराली
सब मंत्रमुग्ध
तू इतराना
कहना मेरा मुकाबला किसी से नहीं
कैसी भी राह हो
उसे मोडना मुझे आता है
जीना मुझे भी आता है
राहों पर चलना मुझे भी आता है
मैं मजबूत
मेरे इरादे मजबूत
धुंधलका भी छाट दूंगा
कोई न कोई रास्ता निकाल ही लूंगा

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