Monday, 8 July 2019

अच्छा हुआ बाबा तुम चले गये

बाबा अच्छा हुआ तुम चले गए
इस निर्दयी दुनिया को अलविदा कह गए
यह न खुद शांति से जीती है
न किसी को जीने देती है
यहाँ सीधे सादे
भोले भाले लोगों का नहीं गुजारा
अन्यायियो का है बोलबाला
सच की जुबान बंद
झूठ फरेब है छाया
कोई किसी का नहीं
सब है एक दिखावा
दीन इमान बीक चुके
धोखे बाजो का राज हुआ
गरीब जा रहा कुचला
अपराधी सर उठा रहा
ईमानदार सर झुकाए हुए
बेईमान सर उठाकर चल रहा
चमचो की चल रही चमचागीरी
कर्तव्यवान हुआ लाचार
हर कोई डरा हुआ
सहमा हुआ
न जाने कब कौन सी गाज आ गिरे
कब हमें कोई लूट ले
कब जान पर बन आए
ऐसा जीवन जीने से अच्छा है
अंजाने लोक में जाना
डर डर कर जीना
अपराध के साये में जीना
बेइज्जती सह जीना
भी कोई जीना है
आत्मसम्मान की धज्जियां उड़ाई जा रही
नरक जैसा माहौल बनाया जा रहा
ऊपर से सीनाजोरी
अच्छा हुआ
बाबा तुम चले गये

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