गणेश चतुर्थी का चन्दा
स्वेच्छा से जो दे उतना स्वीकार करें
उस पर पाबंदी न लगाया जाए
हमारे सोसायटी में गणेश उत्सव मनाया जाता है
वहाँ देना ही पडता है
उसके अलावा सार्वजनिक मंडल भी आते हैं
अगर उनको कम दिया तो आनाकानी
दो सौ एक तो उतना ही चाहिए
एक सौ एक नहीं लेंगे
और वापस चले गए
मन में खटका रह गया
यह तो ठीक नहीं हुआ
हमारी श्रद्धा भी जुडी होती है
धर्मभीरू है हम
पर बाद में विचार किया
यह तो लादना हुआ जबरदस्ती
तमाम बातें है
परेशानी है
रिटायर्ड व्यक्ति हैं
पारिवारिक अडचने है
अतः कोई श्रद्धा से जो भी दे रहा है
उसे स्वीकार करें
उसमें पाबंदी न लगाया जाए
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Wednesday, 21 August 2019
चंदा स्वेच्छा से
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