Thursday, 26 September 2019

समय नहीं रहता एक समान

समय एक सा नहीं रहता है
वह आता जाता रहता है
कुदरत का नियम है
कभी आंधी तूफान
कभी घनघोर बरसात
कभी भूकंप के झटके
कभी कंपा देने वाली ठंडी
कभी जला देने वाली गर्मी
कभी शीतलहरी
कभी लू के गरम थपेडे
कभी ज्वालामुखी
कभी पतझड
कभी वसंत
इन सबको जो सह गया
वह तो जग जीत गया
इसमें से जो निकलते हैं
वही वीर योद्धा कहलाते हैं
संघर्षरत रहते हैं
जडो से जुड़े रहते हैं
वही यहाँ के असली नायक
सदियों याद रहती है उनकी कहानियां
प्रेरणास्रोत होते हैं

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