मेला है दीपोत्सव का
सब कुछ नया खरीदना है
बरतन ,कपडे ,गहने
घर को जगमगाना है
नए नए तरह के दीए खरीदना है
नए-नए सजावटी सामान खरिदना है
तोरण बंदनवार खरिदना है
परिजनों के लिए भेंट खरिदना है
तब प्यार और अपनापन क्यों पीछे रहे
इसमें तो कुछ खर्च भी नहीं होगा
सारे गिले शिकवे दूर कर
गले मिले
अपनों को अपने पास लाएं
इस बार इस मेले में
प्यार खरीदिए
बिना पैसे के
कहावत है न
हिंग लगे न फिटकरी , रंग चोखा
दिल खोलकर आदान-प्रदान करें
बातों का ,प्रेम का
दीपावली के मेले का भरपूर आनंद ले
यह मेला है अनमोल
इसे और ज्यादा मूल्यवान बनाएं
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Saturday, 26 October 2019
यह मेला है अनमोल
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