हर साल नया होता है
कुछ नया लेकर आता है
पुराना भी कुछ देकर जाता है
बहुत से अनुभव छोड़ जाता है
जो नया साल को बेहतर बना सके
साल आ रहा है
एक नयी आशा लेकर
एक नए सपने लेकर
एक नयी आकांक्षा लेकर
कुछ अधूरा जो रह गया है
उसे पूरा करना है
कुछ कडवाहट आ गई है संबंधों में
उसमें फिर से मिठास भरना है
कुछ पल जो रूक गए
उन्हें फिर जीवित करना हक
कुछ पग जो ठहर गए
उसमें गति भरनी है
पंखों को पुनर्जीवित करना है
फिर उडान भरनी है
हर चिंता और तनाव को मुक्त करना है
खुशियों को महकने का मौका देना है
मौसम रहे न रहे
हर मौसम को महसूस करना है
उसे शानदार बनाना है
हर क्षण का लुत्फ उठाना है
उन्नीस को गर्मजोशी से बिदा करना है
बीस का स्वागत करना है
और यह कामना तथा विश्वास रखना है
उन्नीस पर बीस भारी हो
हर नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी से एक कदम आगे रहती है
वैसे ही हर साल पुराने से बेहतर हो
फर्क भले 19 -20 का हो
पर 20 तो 19 पर हमेशा भारी है
तब सभी को शुभकामनाएं
बीस ही रहना
उन्नीस को अलविदा कहना
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Saturday, 28 December 2019
उन्नीस को अलविदा ,बीस का स्वागत
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment