Saturday, 28 December 2019

हर रिश्ते की हिफाजत

रिश्ते हैं संपत्ति नहीं
उन्हें तिजोरी में बंद नहीं करना है
बिना वजह खर्च नहीं करना है
खोने भी नहीं देना है
संभालना है
मिलना-जुलना है
बतियाना है
सुख दुःख का भागीदार बनना है
कोई रूठ जाए तो मनाना है
गलती करे तो माफ करना है
अनचाही बातों को नजरअंदाज करना है
समय समय पर प्रेम जताना है
यह माला के वह बहुमूल्य मोती है
जिसमें से एक भी अगर टूट जाए
तब माला बिखर जाएंगी
उसकी शोभा खत्म हो जाएगी
तब हर मोती को जी जान से संभालना है
इनके बिना तो अधूरी है माला
हमारा परिवार ,समाज ,देश
सब इसी माला की कडी है
हर रिश्ते की हिफाजत
हर एक की जिम्मेदारी

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