Tuesday, 16 June 2020

सफर तो करना है

सफर तो करना है
चाहे कडकती धूप हो
चाहे घनेरी छाह हो
चाहे कड़कड़ाती बिजली हो
चाहे रिम-झिम फुहार हो
चाहे ठंडी ठंडी बयार हो
चाहे कपकपा देने वाली शीतलहरी हो

चाहे समतल जमीन हो
चाहे कंकरीली पथरीली पगडंडी हो
चाहे विशाल पर्वत हो
चाहे टेढीमेढी पहाड़ी हो
चाहे नदी तालाब हो
चाहे छोटा नाला हो

सफर पर जाना है
तब यह सब नहीं देखना है
हर बाधा को पार करना है
हर सफर सुहाना होता नहीं
बनाना पडता है
पहुंचना तो है
फिर पहुँचेगे ही
यह निश्चय करना होता है
चाहे कुछ हो जाय
चोट लगे , पीडा हो
पाथर परे या पानी
करनी है राह आसानी

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