माता जी का विश्वास
गजब है
हर रोज एक माला
करोना बाबा के नाम
अब बेचारी ठहरी भोली भाली
भक्ति भाव से विभोर
ताली बजी
थाली बजी
शंख बजा
दिया जला
मोमबत्ती जली
अब बेचारी को क्या समझ
खैर वह तो ठहरी
पुराने विचारों और पुराने जमाने की
नए और आधुनिक विचारधारा वाले भी
उस समय जोश में थे
गो करोना
गो करोना
कहते हुए
कुछ नाचे
कुछ गाए
हकीकत कुछ
फसाने कुछ
पहले बंद का विरोध
अब खुलने का विरोध
समझ नहीं आ रहा
सब गडबड
कब जिंदगी पटरी पर
अभी तो सब जगह असमंजस
सारा जहां परेशान
यह करो या वह करो
की जगह कुछ न करो
बस करोना से डरो
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Wednesday, 26 August 2020
क्या करें क्या न करें
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