Sunday, 4 October 2020

Happy birthday my dear Daughter

आज का दिन
सबसे खास दिन
इस दिन माँ भगवती की कृपा बरसी थी
मेरी गोद भर गई थी
मैं माॅ बन गई थी
लगा था सारे संसार की खुशी मिल गई थी
वह मेरी गोद में समा गई थी
मैं आनंद से फूला नहीं समा रही थी
एकटक निहार रही थी
सारी प्रसव पीड़ा को भूल गई थी
नए-नए सपने संजो रही थी
उन अधभिची ऑखों में अपना भविष्य देख रही थी
छोटे छोटे नन्हे नन्हे हाथों को हाथ में लेकर सहला रही थी
ऑचल से ढक रही थी
ताकि किसी की नजर न लगे
आज वह बडी हो गई है
तब भी मुझे उसमें वही छोटी सी गुडिया नजर आती है
कभी लगता है
मैं उसे संभाल रही हूं
कभी लगता है
वह मुझे संभाल रही है
अब सत्य क्या है यह तो नहीं पता
पर हम एक दूजे के संबल है
आधार है
उसके बिना सब बेमानी
उससे ही मेरा अस्तित्व
उससे ही मैं , मैं हूँ
उसके बिना तो मैं कुछ भी नहीं
मेरी बेटी मेरी शक्ति
आज क्या हर दिन है खास
जब हो तुम्हारा साथ
Happy  birthday 
         My dear  Daughter

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