Sunday, 7 March 2021

अच्छा हुआ मर गया

आज भरे हुए बैंगन खाएं । स्वादिष्ट लगा । बहुत सारी सामग्री कलौंजी , जीरा , धनिया , सौफ तथा अन्य मसाले तेल और मसालों से यह स्वादिष्ट।वैसे ही हम भी अपने में प्रेम , दया , करूणा , क्षमा को भर ले तब हमारा व्यक्तित्व भी निखर उठेगा । नहीं तो कोरा कागज ही हैं ।
गढना , संवरना पडता है तब जाकर कहीं कुछ हासिल होता है पहचान बनती है । यह हमारे हाथ में है कोरा रखें या फिर विशेषताओं को समाहित करें ।
हम आए तो ऐसे ही हैं रोते हुए
हाँ ऐसा जरूर हो कि हम जाएं तो लोगों की ऑखों में ऑसू हो
जब जन्म लेते हैं तब सबके चेहरे पर खुशी और हंसी।
स्वागत और सत्कार
मिठाईयां और जश्न का माहौल
जाते समय खुश नहीं 
बल्कि अच्छे कामों को याद करें और दुखी हो
यह न कहें कि अच्छा हुआ मर गया

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