अखबार तो औरतें भी पढती हैं
बहुतों को अच्छा लगता है
दीन - दुनिया की खबर जानने को उत्सुक
पर मजाल है
सुबह सुबह अखबार उनके हाथों में हो
अखबार तो पुरुष के हाथों में ही
चाय की चुस्कियां और साथ में अखबार पढना
यह तो मानों उनका जन्मसिद्ध अधिकार
औरत को समाचार से क्या लेना-देना
जरूरी तो नहीं है
हम भी चाहते हैं
सुबह-सुबह अखबार हाथ में ले इत्मीनान से पढे
कुछ चर्चा भी करें चाय की चुस्कियों के साथ
पर औरत तो औरत है
चाय बनाना है दूसरों के लिए
नाश्ते - खाने का इंतजाम करना है
फुर्सत मिली और अखबार खाली है तब पढना है
नहीं तो बासी अखबार तो है ही
वह भी फुर्सत से कहाँ
सरसरी निगाहें डाल लो
जब तक कुछ काम न हो
कब जाने फोन की घंटी बज उठेंगी
दरवाजे की बेल बज उठेंगी
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Wednesday, 3 March 2021
अखबार पढना किसे अच्छा नहीं लगता
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